1000 साल पुरानी इस लाश को देखकर वैज्ञानिकों के होश उड़ गये

चार साल पहले यानी साल 2015 में वैज्ञानिकों को चीन में एक 1000 साल पुरानी मूर्ति मिली थी। पहले तो वैज्ञानिकों को लगा कि यह सिर्फ एक मूर्ति है, लेकिन असल में उस मूर्ति के अंदर एक गहरा राज छुपा हुआ था, जिसके सामने आते ही वैज्ञानिक भी आश्चर्यचकित हो गए वैज्ञानिकों ने हाल ही में उस मूर्ति की स्कैनिंग की तो उन्हें उसके अंदर हड्डियां दिखाई दी। इसके बाद उन्होंने जैसे-जैसे जांच को आगे बढ़ाया, एक के बाद एक नए-नए रहस्यों से परदा उठता चला गया।
दरअसल, 1000 साल पुरानी उस मूर्ति के अंदर एक बौद्ध भिक्षु का शव था, जिसे ममी बनाकर रख दिया गया था। बौद्ध भिक्षु साधना की अवस्था में थे। जांच में वैज्ञानिकों को पता चला कि उस बौद्ध भिक्षु का मृत्यु 1100 AD के आसपास हो गई थी।
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ममी को देखने से ऐसा नहीं लगता कि बौद्ध भिक्षु ने आत्म-ममीकरण किया होगा यानी खुद से ममी बने होंगे। माना जा रहा है कि कुछ लोगों ने इस भिक्षु के शरीर पर लेप लगाया होगा ताकि मृत्यु के बाद उनका शव सालों तक सुरक्षित रह सके।
वैज्ञानिकों द्वारा की गई जांच में ये बात भी सामने आई कि इस बौद्ध भिक्षु की मृत्यु 37 साल की आयु में हो गई होगी। माना जा रहा है कि यह झांग का अवशेष है, जिसे पैट्रिआर्क झांगगोंग और लियुक्वान झांगगोंग के नाम से जाना जाता है।
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था लोकऔर मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)