माँ लक्ष्मी कहती हैं ये 5 आदतें होती हैं गरीबी का कारण

माँ लक्ष्मी कहती हैं ये 5 आदतें होती हैं गरीबी का कारण

कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलतियां

धर्म शास्त्रों में माता लक्ष्मी को धन और वैभव की देवी माना गया है और बताया गया है कि वह चंचल स्वभाव की होती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वह हमेशा किसी के पास नहीं टिकतीं। जिसके ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा दृष्टि होती है, उसके जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं रहती। मां का आशीर्वाद रंक को भी राजा बना देता है और जिससे रूठ जाएं उनको रंक बना देती हैं। ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं, जिनको करने से मां लक्ष्मी हमेशा के लिए घर छोड़कर चली जाती हैं। क्योंकि जाने-अनजाने हम ऐसी कई गलतियां कर बैठते हैं, जिससे मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। आइए जानते हैं उन गलतियों के बारे में, जिनको ध्यान रखना चाहिए, जिससे माता लक्ष्मी घर छोड़कर न जाएं….

ऐसा करने से रुष्ठ हो जाती हैं मां लक्ष्मी

बहुत से लोग घर में जूठे बरतन फैलाकर रखते हैं। ज्यादातर लोग रात के समय जूठे बरतनों को रख देते हैं और सुबह उनको धुलते हैं। जो कि शास्त्रों के अनुसार उचित नहीं है। घर में जूठे बरतन फैलाकर कभी नहीं रखना चाहिए, इससे देवी लक्ष्मी रुष्ठ हो जाती हैं और ज्यादा दिन के लिए घर में नहीं रहतीं। इसलिए घर में हमेशा साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए, जिससे मां की कृपा हमेशा बनी रहे।

इस स्थान पर न रखें कूड़ा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर दिशा के अधिष्ठित देवता कुबेर और धन की देवी माता लक्ष्मी हैं जो धन और समृद्धि के द्योतक हैं। इस स्थान को मातृ स्थान भी कहा गया है। इसलिए इस स्थान में कूड़ा या बेकार का सामान नहीं रखना चाहिए। इस दिशा को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए, इससे धन लाभ होता है। घर का यह हिस्सा सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहता है, अगर इस स्थान पर बेकार चीज रखेंगे तो मां लक्ष्मी और कुबेर देवता नाराज हो जाते हैं। इस स्थान को खाली रखना या कच्ची भूमि छोड़ना धन और समृद्धि कारक है।

चूल्हे पर न रखें यह चीज

रसोई गैस पर खाली और झूठे बरतन नहीं रखने चाहिए। हमेशा चूल्हे को साफ-सुथरा रखना चाहिए। इससे घर में सुख-शांति के साथ समृद्धि आती है और समाज में सम्मान मिलता है। पुराणों में बताया गया है कि चूल्हे पर खाली बरतन रखकर छोड़ने से घर में दरिद्रता का वास होता है। ऐसे लोगों के घर में कभी बरकत नहीं होती। किचन मंदिर को बाद सबसे पवित्र जगह होती है और इसमें देवी-देवताओं का वास होता है।

इस समय झाड़ू लगाना गलत

अगर आप सूर्य के बाद घर में झाड़ू-पोंछा लगाते हैं तो यह दुर्भाग्य का सूचक माना जाता है। झाड़ू में लक्ष्मी का वास होता है और सूर्यास्त के समय घर में झाड़ू लगाने से माता नाराज हो जाती हैं और घर छोड़कर चली जाती हैं। अगर किसी कारणवश झाड़ू लगानी पड़ जाए तो घर की गंदगी को घर में ही रखें, उसको सुबह साफ-सफाई के साथ फेंक दें।

एक हाथ से कभी न करें यह गलती

एक हाथ से चंदन कभी नहीं घिसना चाहिए, ऐसा करना नारायण को भी दरिद्र बना देता है। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और धन की कमी का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही चंदन घिसने के बाद सीधे भगवान को नहीं लगाना चाहिए, यह अच्छा नहीं माना जाता। चंदन को पहले किसी पात्र में रख लें और फिर देवी-देवताओं को लगाएं।

इनके बिना अधूरी है मां लक्ष्मी की पूजा

शास्त्रों में बताया गया है कि केवल माता लक्ष्मी की पूजा न करें बल्कि साथ में भगवान विष्णु की भी पूजा करें। इसलिए इनको लक्ष्मी नारायण कहा जाता है। अकेले माता लक्ष्मी की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्त नहीं होती। इसलिए मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए माता लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की भी पूजा करें।

इस समय सोने पर नाराज होती हैं मां लक्ष्मी

शास्त्रों व पुराणों में सोने के लिए समय निर्धारित किया गया है। सूर्योदय से पहले जागना और रात्रि के समय सोना सर्वश्रेष्ठ माना गया है। कुछ लोग आलस्य के कारण सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सोते रहते हैं, जो कि अनुचित है। ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और घर छोड़कर चली जाती हैं। गोधूलि बेला का समय पूजा-पाठ के लिए उत्तम माना गया है, इस वक्त सोना या लेटना अशुभ माना जाता है।

इनका अनादर होने पर चली जाती हैं मां लक्ष्मी

गृह लक्ष्मी यानी घर की महिलाओं या बाहर कहीं भी महिलाओं का अनादर नहीं करना चाहिए क्योंकि इनमें मां लक्ष्मी का वास माना जाता है। जिन घरों में लोग महिलाओं का अपमान करते हैं या फिर उनके साथ मार-पीट करते हैं, उनके घर में कभी मां लक्ष्मी का वास नहीं होता है। इसके साथ ही घर के बड़े-बुजुर्गों और गरीबों का अपमान करने पर भी मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।

नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल)

[ डि‍सक्‍लेमर: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है. The Hindu Media वेबसाइट या पेज अपनी तरफ से इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है. ]

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