5 गलतियां शिव पूजा में बिल्कुल ना करें बाकि जीवन हो जायेगा बर्बाद

सावन मास में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि आज है। यह दिन भोलेनाथ को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा दिन माना जाता है। इस दिन सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामना पूरी होती है। साथ ही शिवलिंग पर जल और ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है। कई बार ऐसा होता है कि हम भूलकर पूजा करते समय छोटी मोटी गलतिया कर बैठते है। इस कारण पूजा सफल नहीं हो पाती। हम आपको बता रहे हैं वे 5 चीजें जो आपको भूलकर भी पूजा के दौरान नहीं करनी चाहिए।
मान्यता के अनुसार भगवान शिव की पूजा करने से मनुष्य को जीवन में हर वह सुख मिलता है, जिसकी वह कामना करता है। वहीं यह भी माना जाता है कि यदि कोई भगवान शिव की पूजा में कुछ चूक कर देता है तो उससे केवल देवाधिदेव महादेव शिव ही नहीं, बल्कि उनका पूरा परिवार ही क्रोधित हो जाता है।
भगवान शिव एक ओर जहां अत्यंत भोले हैं वहीं वे अत्यंत दयालु भी है। जो कि भक्त की हल्की सी भी भक्ति से तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन यहां ध्यान रखने वाली बात ये है कि वे भक्त की निश्छल भक्ति को ही अधिक महत्व देते है। ऐसे में भूल से भी भगवान शिव पर हल्का सा भी अविश्वास या उन पर श्रृद्धा में थोड़ी सी भी कमी उन्हें नाराज कर देती है।
: इन बातों का भी रखें ख्याल :
चोरी,जुआ खेलना, माता-पिता और देवी-देवताओं के साथ साधु- संतों का अपमान करने वाले से शिवजी ही नहीं उनका पूरा परिवार ही क्रोधित होता है। वहीं किसी दूसरे के धन और स्त्री पर नजर रखने वालों से भी भगवान शिव नाराज रहते हैं। अत: मुख्य रूप से सोमवार के दिन कभी भी किसी घर आए मेहमान का निरादर न करें।
: न पहनें काला कपड़ा :
भगवान शिवजी के दिन यानि सोमवार को उनकी पूजा करते समय कभी काला वस्त्र धारण न करें। माना जाता है कि भगवान शिव को ही नहीं उनके पुत्र और देवी पार्वती को भी काला रंग पसंद नहीं है। अत: सोमवार के दिन जहां तक हो सके हमेशा सफेद रंग का वस्त्र पहना चाहिए, यदि वह उपलब्ध न हो तो हरा, लाल, सफ़ेद, केसरिया, पीला या आसमानी रंग के वस्त्र भी धारण किए जा सकते हैं।
भूलकर भी न चढ़ाएं भगवान शिव पर ये चीजें:
शिवजी की पूजा में केतकी का फूल और तुलसी नहीं चढ़ाई जाती है। भगवान शिव के अलावा तुलसी और केतकी भगवान गणेश जी को भी नहीं चढ़ाए जाते हैं। इसके अलावा भगवान शिव को कभी शंख से जलाभिषेक न करें।
इनसे लगता है पाप : मान्यता के अनुसार यदि भगवान शिवजी की पूजा में खंडित चावल चढ़ाएं जाते है तो व्यक्ति पाप का भागी बनता है। वहीं भगवान शिव की पूजा के दौरान भूल कर भी कभी उन्हें हल्दी और कुमकुम को न चढ़ाएं।
माना जाता है कि यदि कोई उन्हें हल्दी और कुमकुम चढ़ाता है तो ऐसा करने वाला उनके क्रोध के भागी बन सकता है। शिव जी को आप नारियल तो चढ़ा सकते हैं, पर नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए।
नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल)
[ डिसक्लेमर: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है. The Hindu Media वेबसाइट या पेज अपनी तरफ से इसकी पुष्टि नहीं करता है. ]