भारत के भुतीया रेल्वे स्टेशन, जहां शाम ढलने के बाद जाने से डरते हैं लोग

भारत के भुतीया रेल्वे स्टेशन, जहां शाम ढलने के बाद जाने से डरते हैं लोग

ऎसे तो हम सभी रेलवे स्टेशन पर तभी जाते है। जब हमे कही दूर सफर पर जाना होता है। पर हमारे देश भारत में कुछ ऐसे भी रेलवे स्टेशन है। जो की उसकी भूतिया गतिविधियों  कारन काफी काफी चर्चित है। और  जहा लोग जाने के कतराते है।  तो आइये जानते है भारत के भूतिया रेलवे स्टेशन के रहस्य।

1. बेनुकोडोर रेलवे  स्टेशन (पश्चिम बंगाल )

भारत के भूतिया रेलवे सेशन की लिस्ट में पश्चिम बंगला का बेनुकोडोर रेलवे स्टेशन सबसे पहले स्तान पर आता है। लोगो की माने तो इस रेलवे स्टेशन पर एक औरत की आत्मा सफ़ेद साडी पहनकर नाचती है। और रेलवे ट्रैक पर दौड़ती है। कहा जाता है की यहाँ के एक कर्मचारी को वर्ष १९६७ में यहाँ पर रात के वक़्त एक औरत नाचते हुए दिखाई दी और उस औरत को देखते ही उस रेलवे कर्मचारी की जगह पर ही मौत हो गयी। और इस घटना की वजहसे इस रेलवे सेशन के अन्य सभी कर्मचारियोंने यह रेलवे स्टेशन छोड़ दिया। जिसके चलते बेनुकोडोर का यह रेलवे स्टेशन ४२ सालो तक बंद रहा। पर रेलवे अधिकारियो की जांच में यह आया की इस रेलवे स्टेशन पर पोस्टिंग को रोकने के लिए रेलवे कमर्चारियों यो ने यह मनगढ़त कहानी बनायीं थी। और वर्ष २००९ में इस रेलवे स्टेशन को फिर से शुरू किया गया.

2. नैनी रेलवे स्टेशन (उत्तर प्रदेश )

bharat ke 8 bhutiya railway station
उत्तर प्रदेश का यह रेलवे स्टेशन  अपनी रहस्यमयी गतिविधियों की वजहसे पुरे भारत में चर्चित है। यूपीके इलाहाबाद  का यह रेलवे स्टेशन नैनी जेल से कुछ ही दुरी पर है। कहा जाता है की नैनी जेल में किसी समय बहुत सारे स्वतंत्र सैनानी को रखा जाता है और उनको काफी शारीरिक यातनाये दी जाती थी, जिसके चलते दुर्भाग्य वश उन स्वतंत्र सैनानियों की मौत हो जाती थी। लोगो का कहना है की उन्ही स्वतंत्र सैनानियों की आत्मा आज भी यहाँ भटकती है। हला की अब तक यहा किसी आत्मा को देखा नहीं गया पर उनकी मौजूदकी को महसूस जरूर किया जाता है। इसी वजहसे लोग यहाँ रात में जाने से डरते है.

3. लुधियाना रेलवे स्टेशन (पंजाब)

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 भारत के पंजाब राज्य के लुधियाना शहर के केंद्र में स्तित लुधियाना रेलवे स्टेशन पंजाब के सबसे व्यस्तमय रेलवे स्टेशनो  में से एक है। हलाकि यह पूरा स्टेशन भूतिया न होकर सिर्फ  एक काउंटर को भूतिया कहा जाता है।  यहाँ के रिजर्वेशन काउंटर पर सुभाष नामक एक व्यक्ति काम करता था। उसको आपने काम से कुछ ज्यादा ही लगाव था। पर एक दिन अचानक किसी कारन वश सुभाष की उसकी काउंटर पर ही मौत हो गयी। पर कहते है की आज भी उसकी आत्मा बिना छुट्टी लिए रोज काम पर आती है। और जो भी व्यक्ति उसकी जगह पर बैठता है। उसकी पीठ पर चिकोटी कटती है। सुभाष की आत्मा नहीं चाहती की उसकी जगह पर दूसरा कोई बैठे , इसी के चलते रेजर्वेशन काउंटर के उस कमरे को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है.

4. बड़ोग स्टेशन (शिमला)

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शिमला के बड़ोग स्टेशन के पास बनी टनल न. ३३ की भी भूतिया किस्से कहानिया पुरे भारत में काफी मशहूर है। कहा जाता है की अंग्रेज शाशन काल मे बड़ोग नामक एक अंग्रेजी इंजीनियर को इस रेलवे स्टेशन का काम दिया गया था। पर रेलवे स्टेशन का काम सही से ना होने के कारन अंग्रेज सरकार ने बड़ोग पर जुर्माना लगा कर उन्हें काम से हटा दिया। इसी के चलते उन्हें बहुत शर्मिदगी का सामना करना पड़ा और उन्होंने आत्महत्या कर ली। उसके बाद उनके शव को वही टनल न. ३३ के पास दफनाया गया। और स्टेशन का काम पूरा होने पर उन्ही का नाम उस गांव और रेलवे स्टेशन को दिया गया। कहते है की बड़ोग इंजीनियर की आत्मा आज भी बड़ोग रेलवे स्टेशन के उस टनल न. ३३ के पास मंडराती है.

5. चित्तूर रेलवे स्टेशन (आंध्र प्रदेश )

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आंध्र प्रदेश के चित्तूर रेलवे स्टेशन पर अक्सर आत्माओ को देखा जाता है। कहा जाता है की इस जगह पर एक सीआरपिएफ के जवान हरी सिंह  को उसके ही दोस्त और टीटी ने पिट पिट कर मारा  और ट्रैन से निचे ढकेल दिया, जिससे हरी सिंह की मौत हो गयी  । तबसे ही उस जवान हरी सिंह  की आत्मा यहाँ पर भटक रही है। हालांकि अभी तक उस जवान की आत्मा ने यहाँ कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है.

6. रवींद्र  सरोबर मेट्रो रेलवे स्टेशन (कोलकत्ता)

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रवींद्र मेट्रो स्टेशन कोलकत्ता के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनो में से एक है। लेकिन इसके बावजूद यह मेट्रो स्टेशन भारत के भूतिया रेलवे स्टेशनो में शुमार है। लोगो का मानना है की इस रेलवे स्टेशन पर आने पर अजीब सा महसूस होने लगता है,जैसे की कोई उनके आसपास मंडरा रहा है। मेट्रो के चालकों का भी कहना है की उन्हें इस स्टेशन पर आते ही अजीबो गरीब अहसास होते है, ऐसा लगता है मनो कोई धुंदला साया अचानक प्रकट हो जाता है , और पल में ही गायब हो जाता है। इस मेट्रो स्टेशन पर काफी लोगो ने आत्महत्या भी की है , जिस वजहसे से यह रेलवे स्टेशन  कोलकत्ता का सुसाइड पॉइंट के रूप में भी जाना जाता है। कहते है की देर रात को आत्महत्या करने वालो की आत्माये इस स्टेशन पर भटकती है.

7. एम जी रोड मेट्रो स्टेशन (गुड़गांव)

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गुड़गांव के एम जी रोड मेट्रो स्टेशन को भी भूतिया रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है की गुड़गांव के इस एम जी रोड मेट्रो स्टेशन पर एक दिन अचानक एक महिला की मौत हो गयी थी। और तभी से यहाँ की रहस्यमयी घटनाओंका सिलसिला शुरू हुआ।  लोगो का कहना है की उस महिला की आत्मा मेट्रो ट्रैन के शीशे से आँखे और जीभ निकलकर डरती है। अब इस कहानी की हक़ीक़त क्या है यह कोई नहीं जानता पर लोग इस मेट्रो स्टेशन पर जाने से डरते है.

8. द्वारका सेक्टर 9 मेट्रो स्टेशन (दिल्ली)

दिल्ली के द्वारका सेक्टर 9 के मेट्रो स्टेशन के बारे में कहा जाता है की यहाँ पर रात में गाड़ियों  के पीछे एक महिला के साये को देखा जाता है। लोगो का कहना है की  रात के समय एक महिला सफ़ेद  साडी पहनकर मेट्रो स्टेशन के निचे आने जाने वाली गाड़ियों  का पीछा करती है। वह आत्मा गाड़ियों के दरवाजे खटखटाती है और बात ना सुनने पर थप्पड़ मार देती है।  इसीलिए लोग यहाँ रात में सफर करने से हिचकिचाते है.
नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल)
[ डि‍सक्‍लेमर: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है. The Hindu Media वेबसाइट या पेज अपनी तरफ से इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है. ]

kavya krishna

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