भारत मे ही क्यों हुआ हिन्दू धर्म के देवी देवताओं का जन्म

भारत मे ही क्यों हुआ हिन्दू धर्म के देवी देवताओं का जन्म

हिन्दू देवी देवताओं का जन्म समझने के लिए सबसे पहले भारत के प्राचीन इतिहास को समझने की आवश्कता है। भारत के प्राचीन इतिहास का उलेख हमारे कई पुराणों गर्न्थो में भी देखने को मिलता है। 1000 हजारों साल पहले भारत अलग था। आज से पहले भारत का भूमि भाग काफी वास्तविक था। और प्राचीन काल मे इस भू भाग को जामु दिप के नाम से जाना जाता था। मारकण्डे पुराणों में उलेख है। कि मधेस छेत्र में जामु दिप का फेलाब उत्तर और दक्षिण छेत्र के अपेक्षा में ज्यादा था।

इन छेत्रो को मेरु वर्ष ओर इलाहवर्थ के नाम से भी जाना जाता है। इल्लहलवाथ पहले चक्रवाती स्मार्ट कृच्छत माँ का नाम था। इसके माध्यम में पहाड़ो के राजा सुनहरे मेरु पर्वत के शिखर पर भगजवा ब्राह्मण का विशाल सागर था। जिससे ब्राह्मण पूरी के नाम से जाना जाता है। यहाँ पर ब्राह्मण पूरी के अलावा 8 और नगर है। जो कि इंद्र ओर अन्य दूत दूसरे देवी देवताओं के थे। त्रेता युग से एक मग से जुड़ा हुया कहा जाता है। जिससे उलेख है। कि

ओर माना जाता है। कि रेशव के पुत्र भरत के नाम पर ही देश का नाम भारतवर्ष पढ़ा। एक ओर मत है। कि गुरु वर्ष के राजा दुसिएंट के पुत्र भरत के नाम पर ही हमारा देश का नाम पड़ा। पहले भारत का भगोली छेत्र ज्यादा होने के कारण ऐसे अखंड भारत भी कहा जाता था ऐसे अरवा व्रत के नाम से भी प्रशिद्ध था। दुनिया के कई देश ऐसे भी है। जहाँ हिन्दू धर्म देखने को मिलते हैं । इन देशों में सनातन रीति रिवाज के साथ पूजा पाठ किया जाता है।

इंडोनेशिया के जावा में ब्रम्हा बिष्णु ओर महेश को सम्परित ब्रह्मांड मंदिर सबसे विशाल ओर सबसे आकर्षित प्राचीन मंदिर है। त्रित देवो के इस मंदिर में त्रित देव् के साथ – साथ उनके वाहनों के भी मंदिर मिलते है। वही ब्रह्मांड मंदिर को यूनेस्को द्वारा विषय धरोबल के सूची में शामिल किया गया है। thailand पर भी हिन्दू धर्म का गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। जहाँ के लोग अपने राजा को भगवान विष्णु का अवतार मानते है।

वही विदेश में हिन्दू देवी देवताओं के मंदिर और यहाँ मिलने वाली मूर्तिया इस बात का प्रमाण है। कि अखंड भारत काफी दूर तक फैला हुआ था। और हिन्दू धर्म भी दूर – दूर तक फैला हुआ था। तो दोस्तो आप इस बात से अंदाजा लगा सकते है। कि अखंड भारत कितना बड़ा था। तो ऐसे में भारत मे ही सभी देवी देवताओं का जन्म हुआ था।

नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल)
[ डि‍सक्‍लेमर: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है. The Hindu Media वेबसाइट या पेज अपनी तरफ से इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है. ]

kavya krishna

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