ब्रेकअप करने का सही तरीका? नहीं रहेगी गलतफहमी

किसी के साथ संबंध जोड़ना जितना मुश्किलों भरा होता है, उससे कहीं ज्यादा कठिनाइयों से भरा होता है किसी जुड़े संबंध से रिश्ता (Relationship) तोड़ लेना. खास तौर पर अगर ये संबंध दिल से जुड़ा हो तो इसका दर्द वो ही समझ सकता है जो इस एहसास को जिया हो. जी हां, आजकल ब्रेकअप (Break Up) की बातें लोग आसानी से कर लेते हैं और इसकी वजह या अंजाम को लोग अपने अपने हिसाब से जज कर लेते हैं. लड़ाई झगड़ों और तमाम तरह की मिस अंडर स्टैंडिंग दो रिश्तों के बीच दूरियां बढ़ाती तो हैं लेकिन इन सब की वजह से दिल में दर्द तो बढ़ता ही है, जीवनभर का अफसोस भी रह जाता है.
अगर आप किन्हीं वजहों से अपने रिश्तों से असंतुष्ट हैं और ब्रेकअप चाहते हैं तो इसे सही तरीके किया जा सकता है जिससे आपका पार्टनर आहत भी नहीं होगा और आपस में गलतफहमी (Misunderstanding) भी नहीं होगी. बता देंं कि हर साल 21 फरवरी को ब्रेकअप डे मनाया जाता है. तो आइए ब्रेकअप डे (Break Up Day) के दिन जानते हैं कि बिना पार्टनर को हर्ट कराए ब्रेकअप किस तरह किया जा सकता है.
ब्रेकअप का सही तरीका
बैठकर बात करना जरूरी
अपने पार्टनर को इग्नोर करने के बजाय आप उसके साथ बैठें और बेहतर तरीके से सारी बातों को बताएं. अपनी बात उसे समझाएं और उसकी बात को सुनें और समझने की कोशिश करें. कभी भी मैसेज पर ब्रेकअप न करें और आमने सामने बैठकर अंजाम तक पहुंचें.
हड़बड़ी में नहीं, समय देकर बात करें
आपके पार्टनर के लिए ये एक कठिन निर्णय हो सकता है. ऐसे में भागादौड़ी में बात करने से अच्छा पहले अपने सारे काम निपटा लें, फिर उसके बाद अपने पार्टनर से बात करें और उसे समझाने की कोशिश करें. आप जो कर रहे हैं उसकी सारी वजह बताएं और इसके बाद ही निर्णय दें.
अकेले में बात करें
यह जान लें कि हो सकता है कि ये बात तनावपूर्ण माहौल बना सकता है, इसलिए घर या सार्वजनिक जगह की बजाए आप किसी ऐसी जगह पर बात करें यहां कम लोग हों.
सोच समझकर ही बात बताएं
ब्रेकअप लेने से पहले अपने दिमाग में पहले से ही ये सोच कर रखें कि आपको पार्टनर को क्या और कैसे बताना है. अपने आप को उन सवालों के लिए तैयार रखें जो आपका पार्टनर आपसे कर सकता है.
झूठ ना बोलें
घुमाकर बोलने के बजाय सीधी और सच्ची बात बताएं. झूठे और बेतुके तर्क देने से आपके पार्टनर के मन में कई तरह के सवाल उठ सकते हैं और मिस अंडर स्टैंडिंग बढ़ सकता है. इसलिए जो भी सच हो वो ही बताएं.
नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल)
[ डिसक्लेमर: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है. The Hindu Media वेबसाइट या पेज अपनी तरफ से इसकी पुष्टि नहीं करता है. ]