गाय को रोटी खिलाने से होते हैं ये चमत्कारी फायदे

गाय को रोटी खिलाने से होते हैं ये चमत्कारी फायदे

जो लोग गाय को नियमित रूप से रोटी खिलाते हैं या गाय की सेवा करते हैं, उनकी कई पीढ़ियों पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और पीढ़ी दर पीढ़ी लोग उन्नति और खूब तरक्की करते हैं।

हिंदू धर्म में गाय का बहुत ही अधिक महत्व है। आमतौर पर गाय को माता कहा जाता है और ज्यादातर जगहों पर गाय की पूजा भी की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गाय ही एक ऐसा पशु है जिसमें 33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है। गाय को रोटी खिलाने का अर्थ यह है कि आप तैंतीस करोड़ देवी देवताओं की सेवा कर रहे हैं।

कहा जाता है कि एक प्रतापी राजा ने गाय की सेवा की थी और इसके कारण उसे संतान की प्राप्ति हुई थी। गाय की सेवा करना तो कई मायनों में लाभकारी होता ही है लेकिन गाय के दान को भी महादान माना जाता है। इस आर्टिकल में हम आपको गाय को रोटी खिलाने के फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं।

गाय को रोटी खिलाने से होते हैं ये बड़े फायदे

1.जो लोग गाय को नियमित रूप से रोटी खिलाते हैं या गाय की सेवा करते हैं, उनकी कई पीढ़ियों पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और पीढ़ी दर पीढ़ी लोग उन्नति और खूब तरक्की करते हैं।

2.अगर आप गाय को रोटी खिलाते हैं तो आपके घर के बच्चे या आपकी आने वाली पीढ़ियों को संसार के सभी सुख प्राप्त होते हैं और उन्हें सभी तरह के लाभ एवं पुण्य की प्राप्ति होती है।

3.गाय को रोटी के साथ गुड़ खिलाने से आपका सभी बिगड़ा काम बन जाता है और आप अपने जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं। हालांकि यह ध्यान रखें कि जब गाय बैठी हो तब उसे रोटी और गुड़ खिलाना ज्यादा फलदायी होती है।

4.गाय को रोटी में गुड़ मिलाकर खिलाने से दृश्य एवं अदृश्य शक्तियां आपकी सहायता करती हैं और आपको लौकिक एवं अलौकिक दोनों फलों की प्राप्ति होती है।

5.मंगलवार के दिन किसी अनजान रास्ते में गाय को रोटी खिलाने से आपके घर में सुख समृद्धि आती है। अगर आप उपवास रखकर गाय को रोटी खिलाते हैं तो आपका व्रत रखना सार्थक एवं फलदायी हो सकता है।

इसके अलावा पुण्य प्राप्त करने के लिए आप मंदिर में पूजा पाठ करने के बाद गाय को रोटी सहित अन्य चीजें भी खिला सकते हैं। विधि विधान से गौ माता की पूजा करने से सभी कार्य सिद्ध होते हैं।

(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

kavya krishna

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *