हमारा भाग्य कौन लिखता है ?

हमारा भाग्य कौन लिखता है ?

किसी व्यक्ति का भाग्य कौन बनाता है या फिर किसी भी व्यक्ति का भाग्य कौन लिखता है क्या किसी व्यक्ति का भाग्य उसके अपने ही कर्मो से बनता है या फिर किसी भी व्यक्ति का भाग्य जन्म से ही तय होता है जो की उसके किसी जन्म के कर्मो के अनुसार होता है
तो बात ऐसी है जिसे साफ़ तौर पर देखा जा सकता है की दुनिया के हर इंसान का भाग्य एक-दूसरे से जुड़ा होता है किसी भी इंसान का जन्म जहा भी होता है तो काफी हद तक वहा के लोगों से उस इंसान का भाग्य जुड़ा होता है अब वहा जीतने भी लोग होते है उन्होंने ने भी कभी ना कभी , और कहीं ना कहीं जन्म तो लिया ही होगा ना.. तो उनके भाग्य का निर्धारण भी काफी हद तक दूसरे लोगों से हुआ है और इसी तरह से इंसानो का भाग्य एक दूसरे से जुड़ा होता है अब किसी इंसान मे ढेर सारी अच्छाईया हो सकती है तो किसी इंसान मे बुराई भी हो सकती है
किसी इंसान मे अच्छाई है या फिर बुराई , लेकिन व्यक्ति इसी अच्छाई या बुराई के अनुसार अपने कर्म करता है और फिर ये ही कर्म उसका भाग्य बनाते है
किसी भी इंसान का भाग्य एक तो उसके अपने कर्म बनाते है और फिर उसी व्यक्ति का भाग्य उसके आस पास के माहौल और आस पास के लोगों पर भी निर्भर करता है|

दुनिया के हर इंसानो का भाग्य एक दूसरे से जुड़ा है
ना तो कोई व्यक्ति जन्म से ही अपराधी होता है और ना ही कोई व्यक्ति जन्म से ही महान होता है ये तो उस व्यक्ति के कर्म होते है जो की उसे महान या फिर जो भी बना देते है
लेकिन जन्म से ही किसी इंसान को इस बात की भी कोई समझ नही होती है की उसे क्या करना है , कैसे करना है..
तो ये सबकुछ उसे आस पास के लोगों द्वारा बताया जाता है और कुछ वो आस पास के लोगों को , माहौल देखकर सिख जाता है..
तो कई सारे लोगों के थोड़े थोडे सहयोग से वो इंसान काफी कुछ सिख जाता है अब वो जो भी करता है उसने जो सीखा है वो करता है मतलब अब उसके कर्म उसी के अनुसार है जो कुछ भी उसने अब तक आस पास के लोगों के कर्मो से सीखा है तो इस तरह से उसके कर्मो का श्रेय आस पास के लोगो को जाता है
इस तरह से उस इंसान के कर्म आस पास के लोगों के कर्म से जुड़े होते है
अब क्युकी कर्म से भाग्य बनता है.. और उसके कर्म दुसरो के कर्मो से जुडे है तो इस तरह से उसका भाग्य भी दुसरो के भाग्य से जुड़ा है
अब वो महान बनता है या जो कुछ भी बनता है उसका श्रेय भी उस अकेले इंसान को नही बल्कि आस पास के लोगों को भी जाता है..

जो कुछ भी कोई एक करता है उसकी वजह सब होते है जो सब करते है उसका असर एक पर होता है
जो एक करता है उसका असर सभी पर होता है जैसे की किसी एक इंसान के दिमाग मे ख़याल आया मोबाइल फोन बनाने का , इस एक इंसान के एक ख्याल का असर पूरी दुनिया पर हुआ और हमारी दुनिया ही बदल गई
इस तरह से इंसानो का भाग्य एक दूसरे से जुड़ा होता है

और इसमें भी अधिकतर हमारा भाग्य जुड़ा होता है आस पास के लोगों से , जैसे माहौल मे हम रहते है लेकिन जब भी जीवन मे कोई समस्या होती है तो हम कहते है भगवान को लेकिन आस पास का माहौल बदलते ही काफी हद तक व्यक्ति का भविष्य बदल जाता है|

नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल)

[ डि‍सक्‍लेमर: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है. The Hindu Media वेबसाइट या पेज अपनी तरफ से इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है. ]

kavya krishna

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