जानिए किस पाप के लिए व्यक्ति को कौन सी सजा मिलती है !

जानिए किस पाप के लिए व्यक्ति को कौन सी सजा मिलती है !

गरुड़ पुराण में सही और गलत कर्मों की व्याख्या की गई है और कर्मों के आधार पर ही आत्मा को स्वर्ग और नर्क भेजने की बात लिखी है. गरुड़ पुराण के मुताबिक मृत्यु के बाद आत्मा को अपने पापों की कीमत चुकानी पड़ती है |

गरुड़ पुराण को सनातन धर्म में महापुराण की संज्ञा दी गई है. इसके जरिए लोगों को बुरे कर्मों को छोड़कर बेहतर जीवन बनाने के लिए धर्म के मार्ग पर चलने का संदेश दिया गया है. गरुड़ पुराण में सही और गलत कर्मों की व्याख्या भी की गई है और उनके आधार पर ये बताया गया है कि किस पाप के लिए व्यक्ति को मृत्यु के बाद कौन सी सजा मिलती है. गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद कर्मों के आधार पर स्वर्ग और नर्क मिलने की बात कही गई है. यहां जानिए इस बारे में.

1. मान्यता है कि जो लोग दूसरों के पैसे लूटते हैं, उन्हें यमदूत रस्सी से बांध कर नर्क में इतना मारते हैं कि वे पिटते पिटते बेहोश हो जाते हैं. होश में आने के बाद उन्हें फिर से पीटा जाता है.

2. जो लोग अपने बड़े बुजुर्गों का अपमान करते हैं, उन्हें नीचा दिखाते हैं या घर से निकाल देते हैं, उन पापियों को नर्क की आग में डुबाया जाता है. ऐसा तब तक किया जाता है, जब तक उनकी खाल न निकल जाए.

3. जो लोग अपने स्वार्थ के लिए निर्दोष जीवों की हत्या करते हैं, उन्हें नर्क में बहुत कठोर दंड मिलता है. ऐसे पापियों को बड़े बर्तन में गरम तेल डाल कर तला जाता है.

4. जो पति पत्नी एक दूसरे की​ स्थिति का फायदा उठाते हैं, उनके साथ सिर्फ त​ब तक रहते हैं, जब तक वे एक दूसरे के पैसों का लाभ उठा सकें, ऐसे लोगों को नर्क में गर्म लोहे की रॉड से पीटा जाता है.

5. जो लोग अपनी खुशी के लिए दूसरों की खुशियां छीन लेते हैं. उनके धन दौलत को हड़प लेते हैं, ऐसे लोगों को सांपों से भरे हुए एक कुएं में धकेल दिया जाता है.

6. जो अपने पति या पत्नी के अलावा किसी और के साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं, उनके अंगों में जलता हुआ लोहा डाला जाता है और उन्हें बुरी तरह से पीटा जाता है.

7. ऐसे लोग जो जानवरों की बलि देने के बाद उनके मांस का सेवन करते हैं, ऐसे लोगों को नर्क में लाकर जानवरों के बीच छोड़ दिया जाता है. वे सभी जानवर उनको चीर कर खा जाते हैं.

8. ऐसे पुरुष जो महिलाओं के साथ दुष्कर्म करते हैं या महिलाओं के साथ सम्भोग करने के बाद उन्हें धोखा देकर छोड़ देते हैं. उन्हें नर्क में भी जानवर की तरह माना जाता है और मल-मूत्र भरे इस कुएं में डाल दिया जाता है.

9.
ऐसे लोग जो अपने पद का गलत इस्तेमाल कर निर्दोष को सताते हैं, उन्हें वैतरणी नदी के कष्ट भोगने पड़ते हैं. मान्यता है कि इस नदी में से मानव शरीर, उनकी खोपड़ियां, कंकाल और खून, मवाद और गंदी चीजें पड़ी होती हैं.

10. जो लोग सीधे साधे लोगों को जबरन परेशान करते हैं, उन्हें सताते हैं, उन्हें ऐसे कुएं में डाल दिया जाता है, जिसमें कई ख़तरनाक जानवर और सांप होते हैं.

नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल)

[ डि‍सक्‍लेमर: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है. The Hindu Media वेबसाइट या पेज अपनी तरफ से इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है.

kavya krishna

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