Mahindra की हर गाड़ी में नाम के आखिरी में ‘O’ क्यों लगा होता है?

गाड़ी का नाम बोलेरो (Bolero) हो या फिर स्कोर्पियो (Scorpio) या फिर जायलो. महिंद्रा की अधिकतर गाड़ी के नाम के पीछे O लगा होता है. अगर आप महिंद्रा की ओर गाड़ियों के नाम भी याद करेंगे तो आपको नाम के आगे O लगा हुआ मिलेगा. ऐसा नहीं है कि ये संयोगवश है, बल्कि कंपनी जानकर अपनी गाड़ियों के नाम इस हिसाब से ही डिजाइन करती है. इसके पीछे एक खास वजह भी होती है और इस खास वजह से ही आज महिंद्रा की हर गाड़ी के नाम के पीछे ओ लगा हुआ है.
O आता है हर नाम के पीछे?
महिंद्रा के अलग नाम से चेक करते हैं क्या सही में ऐसा है. के नाम के पीछे O आता है. ऐसे ही महिंद्रा का गाड़ियां आती है, जिनका नाम XUV 500 या 300 है तो उसमें भी अंतर में 0 आता है, जिसे भी बाहर ओ ही कहा जाता है. यानी इन गाड़ियों के नाम भी O से ही खत्म होते हैं. सिर्फ 4 व्हीलर गाड़ियों में ही नहीं, 2 व्हीलर गाड़ियों के नाम भी O से ही खत्म होते हैं, जिसमें डूरो, रोडियो, स्टालिओ और पैन्टेरो शामिल है.
क्या है इसकी वजह?
अब सवाल ये है कि आखिर इसकी वजह क्या है और कंपनी की ओर से ऐसा क्यों किया जाता है. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, महिंद्रा ने अपने नाम के पीछे O लगाने का सिलसिला किस्मत की वजह से शुरू हुआ है, जिसे अंधविश्वास भी कहा जाता है. कंपनी का मानना है कि अगर वो गाड़ी के नाम के आगे ओ रखते हैं तो उनके सेगमेंट को अच्छा रेस्पॉन्ड मिलता है और मार्केट में सही सेल भी मिलती है. ये बात किसी और ने नहीं बल्कि कंपनी के ही एक अधिकारी ने बताई है.
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में महिंद्रा एंड महिंद्रा के ऑटोमोटिव एंड फार्म इक्विपमेंट सेक्टर के प्रेजिडेंट पवन गोयनका ने बताया कि बोलेरो और स्कोर्पियो की सफलता के बाद कंपनी ने गाड़ियों के नाम O से खत्म करना शुरू कर दिया है. ऐसा करना लक्की रहा और इसे जारी रखने का फैसला किया गया. साथ ही उन्होंने बताया, ‘आप इसे महिंद्रा एंड महिंद्रा का अंधविश्वास मान सकते हैं, लेकिन यह हमारे लिए काम करता है.’
देखे Video :
आपकी जानकारी के लिए बता दे की ” @Awesome Gyan” नामक एक यूट्यूब अकाउंट से यह वीडियो शेयर किया गया है और इन वीडियो में महिंद्रा कंपनी की सेक्रेस्ट हे । अब तक इस वीडियो को लाख से ज्यादा बार देखा जा चूका है। अब तक इस वीडियो को हजार से ज्यादा लोग पसंद भी कर चुके हे।
नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल)
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