मन पर नियंत्रण कैसे करें

विचारो के जाल को दिमाग कहा जाता है जिसमे जो विचार हम भली भाँति सोच समझकर अपने या किसी और के पुराने अनुभव से हैं उसे विवेक या बुद्धि कहते हैं .और जो विचार हम अपनी इन्द्रियों को खुश करने के लिए सोचते हैं वो हमारा मन है सदा शब्दों में हमें पता है इन विचारो से हमारा कुछ अच्छा नहीं होगा पर उन्हें सोचने में हमें या तो हमें मज़ा आ रहा है या हम डर रहे है या इस तरह की कोई भी नेगेटिव फीलिंग आ रही है उसे मन कहते है.
अगर एक स्टूडेंट मन पर कण्ट्रोल नहीं करे और जो भी उसके मन में आये वह वो करे जैसे जब टीवी देखने का मन हुआ टीवी देखा . जब खेलने का मन हुआ खेलना स्टार्ट कर दिया , तो उस बच्चे का भविष्य क्या होगा .कितने बच्चों का मन पढने का करता है ? उसी तरह हर वह व्यक्ति जिसका जीवन में कोई लक्ष्य नही है उसका मन पर कण्ट्रोल नहीं होगा तो उसका क्या होगा या कोई लक्ष्य नहीं भी है अगर आप मन जीवन में खुश स्वस्थ रहना चाहते हैं तो आपका मन पर कण्ट्रोल होना बहुत ज़रूरी है
.आखिर मन कण्ट्रोल करना क्यों जरुरी है एक विधार्थी आपने मन पर कण्ट्रोल नही करे तो वो पुरे दिन अपने मन के अनुसार चलेगा जेसा टीवी देखने का मन किया तो टीवी देख लिया खेलने का मन किया खेलने चले गया तो उस विधार्थी का क्या भविष्य होगा जिस भी इन्सान का अपने जीवन में कोई लक्ष्य नही है उसका मन कभी lनही होगा अगर आप लाइफ में खुश रहना चाहते है तो सबसे पहले अपने मन पर कण्ट्रोल करना होगा मन पर कैसे काबू करे
मन पर कैसे काबू करे
अब सवाल आता है मन पर कण्ट्रोल कैसे किया जाये . अर्जुन ने भगवन कृष्णा से कहा -“भगवन इस मन पर वश करना तो वायु को वश में करने से भी ज्यादा कठिन है ”
भगवान ने कहा हाँ इस मन पर वश करना बहुत कठिन पर अभ्यास और वैराग्य से इस मन पर वश किया जा सकता है
सबसे पहले ये बात समझ ले की मन एक बच्चे की तरह है आप ज़बरदस्ती उससे कुछ नहीं करवा सकते . इसे समझाना पड़ता है और एक बात आप जितना मन के अनुसार करते जाएंगे उतना ही मन को समझाना मुश्किल होगा. अपने मन को यह कहानी समय समय पर याद दिलाते रहे.
एक मोटा चूहा एक अलमारी में घुस गया अलमारी में बहुत खाना और सामान रखा हुआ था उसे खूब जमकर खाया कुछ ही दिन में वह खूब मोटा हो गया अलमारी में अब चूहे को अपना घर याद आया और उसने सोचा यहाँ से बाहर निकलना पड़ेगा पर जिस जगह से चूहा घुसा था उस जगह से उसने निकलने की कोशिश की पर मोटा होने की वजह से वो है निकल नही पाया कुछ दिन तक जब उसने कुछ नहीं खाया और कुछ ही दिन में वो पतला हो गया और बाहर निकल आया. अगर चूहा भूखा नही रहता तो तो क्या कभी बाहर निकला पाता
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उसी तरह हमें अपने मन पर कण्ट्रोल करने के लिए अपनी बेकार की आदतों को छोड़ना पड़ेगा .जैसे डे ड्रीमिंग ,दुसरो का मज़ाक उड़ाना , समय को बर्बाद करना आदि
.1. खाली न रहे कहा भी गया है खाली दिमाग शैतान का घर . अपने आपको किसी न किसी अच्छे काम में बिजी रखे
2. time table बना ले और उसके अनुसार काम करे . जिसने मन को बकबास करने का कम से कम समय मिलेगा
3. जो चीज़ पता है हमारे लिए सही नहीं है उसके बारे में न सोचे. सोचनेसे हमारे एक्शन होते हैं और एक्शन से हमारा केरेक्टर बनता है .
4. गलत लोगो के साथ में न रहे .जैसे लोगो के साथ हम रहते हैं वैसे ही हमारा मन बन जाता है
5. दिन में कुछ टाइम पॉजिटिव वीडियो बुक्स को पढ़ने के लिए ज़रूर निकाले.
नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल)
[ डिसक्लेमर: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है. The Hindu Media वेबसाइट या पेज अपनी तरफ से इसकी पुष्टि नहीं करता है. ]