प्यार और दोस्ती में क्या अंतर है !!

प्यार और दोस्ती में क्या अंतर है !!

नमस्कार दोस्तों….आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि “प्यार और दोस्ती में क्या अंतर है?”. दोस्तों ये दोनों ही रिश्ते हमारे जीवन में अलग ही महत्व रखते हैं. और दोनों का स्थान भी हमारे जीवन में अलग अलग होता है. दोनों में से कोई एक भी दूसरे का स्थान नहीं ले सकता है. प्यार की यदि बात की जाये तो प्यार हमारा हमारे लवर से, हमारे माता पिता से, हमारे भाई बहन से, हमारे पालतू जानवर, आदि किसी के साथ भी हो सकता है. लेकिन सभी से प्यार करने का अलग अलग तरीका होता है. और यदि बात दोस्ती की की जाये तो दोस्त वो होता है, जो हमारा मजाक सबसे अधिक बनाता है लेकिन किसी दूसरे के कुछ बोलते ही वो हमारे लिए मर मिटने को तैयार हो जाता है. तो दोस्तों आज हम आपको इन दोनों में अंतर ही बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं, आज का टॉपिक.

प्यार क्या है |
प्यार एक ऐसी फीलिंग है, जो किसी के लिए कभी भी कोई भी महसूस कर सकता है. लेकिन प्यार में हम लोगों की आंतरिक सुंदरता अर्थात व्यक्ति के व्यक्तित्व और उसके आचरण को देख के करते है. प्यार में हम सामने वाले को दुखी नहीं देखना चाहते हैं और हमेशा हम सामने वाले की ख़ुशी का ख्याल रखते हैं. हम उसकी आँखों में कभी भी आंशु नहीं देखना चाहते हैं. प्यार हमारा केवल पति पत्नी या बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड तक ही सीमित नहीं होता है. प्यार में हमारे माता पिता, भाई बहन, आदि भी शामिल होते हैं.

 

दोस्ती क्या है |
दोस्ती वो अनोखी चीज है जो भगवान का मानो एक वरदान हो हमारे लिए. दोस्ती में हमे हमारे दोस्त मिलते हैं. जिनके साथ जितना हो सके हम समय बिताना पसंद करते हैं. दोस्त वो होते हैं, जिनके साथ हमे कोई फॉर्मेलिटी नहीं करनी पड़ती है. और बिना कहे वो हमेशा हमारे मन की बात को समझ जाते हैं. दोस्त वैसे तो हमारा मजाक बनाते रहते हैं, हमसे झगड़ते रहेंगे। लेकिन किसी और के कुछ हमारे लिए बोलते ही वो हमारे लिए उनसे झगड़ बैठते हैं. कोई फर्क नहीं पड़ता कि दोस्त पास है या दूर. उससे हम रोज मिले या नहीं. उससे रोज बात हो या नहीं लेकिन वो हमे अपने दिल से कभी नहीं निकालते हैं. बहुत प्यारा रिश्ता होता है दोस्ती का.

 

प्यार और दोस्ती में क्या अंतर है !!
# प्यार और दोस्ती दोनों अलग अलग रिश्ते हैं और दोनों ही लोगों के जीवन में अपना अपना महत्व रखते हैं.

# प्यार में हमे प्रेमी, प्रेमिका मिलते हैं जबकि दोस्ती में हमे दोस्त मिलते हैं.

# प्यार में हम सामने वाले को अच्छा फील कराना चाहते हैं लेकिन दोस्ती में हम सामने वाले का सबसे अधिक मजाक बनाते हैं.

# प्यार और दोस्ती दोनों में हम सामने वाले को कभी दुखी नहीं करना चाहते और हमेशा उसकी ख़ुशी का ख्याल रखते हैं लेकिन दोनों का तरीका अलग अलग होता है.

# दोनों में ही हम सामने वाले की आंतरिक सुंदरता को चुनते हैं न कि बाहरी सुंदरता को.

# प्यार में हम कोशिश करते हैं कि सामने वाले को कभी बुरा न फील हो लेकिन दोस्ती में हम अपने दोस्त का सबसे अधिक मजाक बनाते है लेकिन किसी और को नहीं बनाने देते।

नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल)

[ डि‍सक्‍लेमर: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है. The Hindu Media वेबसाइट या पेज अपनी तरफ से इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है. ]

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