शरीर के इस अंग पर आज ही बांधे काला धागा हर चीज होगी आपके कदमो में !

शरीर के इस अंग पर आज ही बांधे काला धागा हर चीज होगी आपके कदमो में !

आजकल बहुत से लोगों में देखा जाता है कि वे काला धागा जरूर पहनते हैं। काला धागा खास तौर पर पैर, गला, कलाई और कमर में पहना जाता है। कोई इसे सजावट के रूप में पहनता है तो कोई बुरी नजर से बचने या टोने-टोटके लिए पहनता है। ज्योतिषशास्त्र में ऐसा माना जाता है कि काला रंग व्यक्ति को नकारत्मक शक्तियों से और विशेष रूप से बुरी नजर से बचाव करता है।

हमारे बड़े बुजुर्ग कहते है कि किसी भी शुभ कार्य में काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए क्यूंकि काले कपड़े से चारों को नकारात्मकता फ़ैल जाती है. लेकिन जैसे ही बुरी नजर का ख्याल मन में आता है तो हमे सिर्फ काले रंग का ही ध्यान आता है.

 

अक्सर बुरी नजर से बचने के लिए काले रंग की चीजों का इस्तमाल किया जाता है जैसे काला टीका, काला धागा या फिर काला तिल. छोटे हो या बड़े हर किसी को बुरी नजर से बचाने के लिए उन्हें काला धागा बांधा जाता है

काला धागा बांधने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है. मनुष्य का शरीर पांच तत्वों यानि पृथ्वी, वायु, अग्नि, जल और आकाश से मिलकर बना है. काला धागा नजर से तो बचाता ही है साथ ही काला धागा मालामाल भी बना सकता है. अगर आप चाहते है कि आपके वारे न्यारे हो जाए तो आपको काले धागे का एक सरल व छोटा सा उपाय बता रहे है.

किन लोगों को नहीं पहनना चाहिए काला धागा :
काला धागा हर किसी को नहीं बांधना चाहिए। ज्योतिष में दो राशियों मेष और वृश्चिक राशि के व्यक्तियों को काला धागा बिलकुल भी नहीं पहनना चाहिए। जानें क्या हैं इसके पीछे की वजह

मेष राशि :
ज्योतिष में मेष राशि का स्वामी मंगल होता है। मंगल देवता को काला रंग पसंद नहीं होता। अगर मेष राशि का जातक काले रंग का टीका लगाता है या काले रंग का धागा पहनता है तो उसके जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। काला धागा मेष राशि के जातकों के जीवन में बेचैनी, दुख और असफलता पैदा कर सकता है।

 

वृश्चिक राशि :
वृश्चिक राशि का भी स्वामी मंगल होता है। इसलिए इस राशि के जातकों को भी काला रंग नहीं पहनना चाहिए। काला रंग वृश्चिक राशि के व्यक्ति के जीवन में परेशानियां ला सकता है। इसलिए वृश्चिक राशि के जातकों को भी काले रंग का ज्यादा इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। काले धागे से मंगल का प्रभाव समाप्त हो सकता है जिससे जीवन में दरिद्रता आ सकती है।

नोट – प्रत्येक फोटो प्रतीकात्मक है (फोटो स्रोत: गूगल)
[ डि‍सक्‍लेमर: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है. The Hindu Media वेबसाइट या पेज अपनी तरफ से इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है. ]

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